अस्पताल से कमांड सेंटर चला रहे थे हमास आतंकी, इजरायल ने किया हमले में उड़ाने का दावा

दीर अल-बलाह (गाजा): इजरायल की सेना ने रविवार तड़के उत्तरी गाजा स्थित एक अस्पताल पर हमला किया, जिससे मरीजों को अस्पताल से निकालना पड़ा। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इजराइल ने निकासी की चेतावनी जारी किए जाने के बाद गाजा सिटी के अल-अहली अस्पताल पर तड़के हमला किया। मंत्रालय ने बताया कि अस्पताल खाली करने के दौरान एक मरीज की मौत हो गई क्योंकि चिकित्सकीय कर्मी तत्काल देखभाल प्रदान करने में असमर्थ थे। मृतक मरीज एक लड़की थी।
यरुशलम डायोसिस द्वारा संचालित इस अस्पताल पर ‘पाम संडे’ के दिन हमला किया गया, जो यीशु के यरुशलम में प्रवेश की याद में मनाया जाता है। डायोसिस आफ यरूशलम ने हमले की निंदा की और कहा कि यह हमला ‘पाम संडे’ के दिन किया गया जब ईसाई वर्ष के सबसे पवित्र सप्ताह (होली वीक) की शुरुआत हो रही है। इजराइल ने कहा कि उसने अस्पताल में बने कमान और नियंत्रण केंद्र पर हमला किया, जिसका इस्तेमाल हमास द्वारा इजराइली नागरिकों और सैनिकों के खिलाफ हमलों की साजिश रचने और उन्हें अंजाम देने के लिए किया जाता था। हालांकि, इजराइल ने कोई सबूत नहीं दिया।
इजरायल ने कहा-पहले दी थी नागरिकों को चेतावनी
इजराइल ने कहा कि हमले से पहले, क्षति को कम करने के लिए कदम उठाए गए थे, जिसमें चेतावनी जारी करना और हवाई निगरानी शामिल थी। इसके कुछ ही घंटे बाद, मध्य गाजा के दीर अल-बलाह में एक कार पर किये गए एक अन्य हमले में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई। अल-अक्सा मार्टर्स अस्पताल के मुर्दाघर के कर्मचारियों ने बताया कि मृतकों में छह भाई और उनका मित्र शामिल था। शवों को इसी अस्पताल में रखा गया है। इजराइली सेना ने कहा कि उसने दीर अल-बलाह के इलाके में एक और कमान एवं नियंत्रण केंद्र को निशाना बनाया, उस समय कई हमास लड़ाके वहां मौजूद थे और इजराइली सैनिकों के खिलाफ हमला करने की साजिश रच रहे थे।
59 बंधकों को हमास ने अब तक नहीं किया वापस
यह उसी इलाके में कार पर हमले से जुड़ा नहीं था, जिसके बारे में सेना ने कहा कि वह इसकी जांच कर रही है। ये हमले इजराइली रक्षा मंत्री के उस बयान के कुछ घंटे बाद हुए जिसमें उन्होंने कहा था कि गाजा में सैन्य गतिविधियां तेजी से बढ़ेंगी और लोगों को ‘‘संघर्ष वाले क्षेत्रों’’ को खाली करना होगा। इजराइली प्राधिकारियों ने हमास पर शेष 59 बंधकों को रिहा करने और प्रस्तावित नये संघर्ष विराम शर्तों को स्वीकार करने के लिए दबाव बनाने की प्रतिबद्धता जताई है। इन बंधकों में से 24 के जीवित होने का अनुमान है। अल-अहली अस्पताल के निदेशक डॉ.फदेल नईम ने कहा कि उन्हें हमले से पहले ही चेतावनी दी गई थी।
हमलों में 24 घंटे में 11 मौतें
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में, उन्होंने कहा कि आपातकालीन कक्ष, फार्मेसी और आसपास की इमारतें गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जिससे 100 से अधिक मरीज और दर्जनों चिकित्सा कर्मचारी प्रभावित हुए। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि हमले के कारण बाह्यरोग वार्ड और प्रयोगशालाएं नष्ट हो गईं तथा आपातकालीन वार्ड को क्षति पहुंची। घटना के बाद की तस्वीरों में अस्पताल की सीमेंट की छत टूटी हुई दिखायी दी, जिसके चारों ओर मलबा फैला हुआ था। स्वास्थ्य मंत्रालय के महानिदेशक डॉ.मुनीर अल-बोर्श ने कहा कि लोगों को निकालने की यह प्रक्रिया भयावह है, जिसमें लोगों को अस्पताल के बेड पर सड़कों पर ले जाया गया। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 11 लोग मारे गए हैं और 100 से अधिक घायल हुए हैं। (एपी)
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