अमेरिका में अब पाकिस्तानियों की ‘नो एंट्री’, ट्रंप के आदेश पर तैयार हुआ मसौदा; लिस्ट में 43 देशों के नाम

वाशिंगटन डीसीः राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में पाकिस्तानियों की एंट्री पर बैन लगा दिया है। न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के अनुसार अब पाकिस्तान के लोगों को अमेरिका का वीजा नहीं दिया जाएगा। ट्रंप ने 43 देशों पर इस तरह का प्रतिबंध लगाया है। इसमें 11 देश रेड लिस्ट में, 10 राष्ट्र ओरेंज लिस्ट में और 22 देश येलो लिस्ट में रखे गए हैं। इस प्रकार ट्रंप ने नए यात्रा प्रतिबंध के लिए मसौदा सूची में 43 देशों को टारगेट किया है।
ट्रंप प्रशासन के अंदर प्रसारित एक मसौदे में तीन स्तर के देशों की सूची दी गई है, जिनके नागरिकों को संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रवेश करने पर प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है। मामले से परिचित अधिकारियों के अनुसार, ट्रम्प प्रशासन संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा पर नए प्रतिबंध के तहत 43 देशों के नागरिकों को लक्षित करने पर विचार कर रहा है, जो राष्ट्रपति ट्रम्प के पहले कार्यकाल के दौरान लगाए गए प्रतिबंधों से अधिक व्यापक होगा।
लागू होंगी ये शर्तें
राजनयिक और सुरक्षा अधिकारियों द्वारा तैयार की गई सिफारिशों की एक मसौदा सूची में 11 देशों की “लाल” सूची का सुझाव दिया गया है, जिनके नागरिकों को संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रवेश करने से पूरी तरह से रोक दिया जाएगा। जबकि ओरेंज लिस्ट वाले देशों के सिर्फ अमीर और व्यापारी लोगों को एंट्री की अनुमति शर्तों के साथ दी जाएगी। वहीं येलो लिस्ट में शामिल देशों को यात्रा की अनुमति तब दी जाएगी, जब अमेरिकी चिंताओं को वह देश 60 दिन के भीतर समाधान कर देंगे।
रेड लिस्ट वाले देश
अधिकारियों ने कहा कि रेड लिस्ट में शामिल देश अफगानिस्तान, भूटान, क्यूबा, ईरान, लीबिया, उत्तर कोरिया, सोमालिया, सूडान, सीरिया, वेनेजुएला और यमन हैं। प्रस्तावित यात्रा प्रतिबंध वाले देशों की मसौदा सूची ट्रम्प प्रशासन के एक आंतरिक प्रस्ताव में दी गई है, जिनके नागरिकों को अमेरिका में प्रवेश करने पर प्रतिबंध का सामना करना पड़ सकता है। कुछ देशों के अंतिम आदेश में बदलाव हो सकता है।
ओरेंज लिस्ट वाले देश
मसौदा सूची में 10 देशों को ओरेंज लिस्ट में रखा गया है। इन देशों के नागरिकों को वीजा नहीं जारी किया जाएगा। इनमें पाकिस्तान, बेलारूस, इरीट्रिया, हैती, लाओस, म्यांमार, रूस, सिएरा लियोन, दक्षिण सूडान और तुर्कमेनिस्तान शामिल हैं। इन देशों के अमीर और व्यापारी वर्ग के लोगों को शर्तों के साथ अमेरिका में आने की अनुमति दी जाएगी। अन्य किसी तरह का वीजा जारी नहीं होगा।
येलो लिस्ट वाले देश
इनमें 22 देश शामिल हैं। अंगोला, अण्टीगुआ और बारबूडा, बेनिन, बुर्किना फासो, कंबोडिया, कैमरून, केप वर्ड, काग़ज़ का टुकड़ा, कांगो गणराज्य, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, डोमिनिका, इक्वेटोरियल गिनी, गाम्बिया, लाइबेरिया, मलावी, माली, मॉरिटानिया, सेंट किट्स और नेविस सेंट लूसिया, साओ टोमे और प्रिंसिपे वानुअतु, ज़िम्बाब्वे शामिल हैं। इन देशों के लोगों को प्रवेश की अनुमति तब दी जाएगी जब वह 60 दिनों के भीतर अमेरिकी चिंताओं का समाधान कर देंगे।
क्यों तैयार हुई सूची
नाम गुप्त रखने की शर्त पर संवेदनशील आंतरिक विचार-विमर्श पर चर्चा करने वाले अधिकारियों ने आगाह किया कि यह सूची विदेश विभाग द्वारा कई सप्ताह पहले तैयार की गई थी तथा व्हाइट हाउस पहुंचने तक इसमें परिवर्तन होने की संभावना थी। दूतावासों और विदेश विभाग के क्षेत्रीय ब्यूरो के अधिकारी तथा अन्य विभागों और खुफिया एजेंसियों के सुरक्षा विशेषज्ञ इस मसौदे की समीक्षा कर रहे हैं।
मसौदे के प्रस्ताव में 10 देशों की एक “नारंगी” सूची भी शामिल है, जिनके लिए यात्रा प्रतिबंधित होगी, लेकिन रोकी नहीं जाएगी। उन मामलों में, अमीर व्यवसायिक यात्रियों को प्रवेश की अनुमति दी जा सकती है, लेकिन अप्रवासी या पर्यटक वीजा पर यात्रा करने वाले लोगों को नहीं।
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