मुश्किल में Meta, मार्क जुकरबर्ग के हाथ से निकल जाएंगे Instagram और WhatsApp? FTC ने कहा ‘अवैध डील’

Meta CEO मार्क जुकरबर्ग की मुश्किलें फिर से बढ़ने वाली है। कंपनी पर 2012 और 2014 में खरीदे गए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स Instagram और WhatsApp की डील में गड़बड़ी के आरोप लगे हैं। अमेरिकी फेडरल ट्रेड कमीशन FTC ने एक दशक पहले किए गए इस डील के खिलाफ एंटीट्रस्ट मुकदमा दायर किया है, जिसका ट्रायल अगले सोमवार 14 अप्रैल 2025 को शुरू होगा। अपने आरोप में ट्रेड कमीशन ने कहा है कि मेटा (तब फेसबुक) द्वारा किए गए ये डील अवैध हैं। इन डील को टूट जाना चाहिए।
FTC ने बताया ‘कातिलाना अधिग्रहण’
FTC ने अपने आरोप में बताया कि मेटा द्वारा इंस्टाग्राम और वाट्सऐप खरीदना एक कातिलाना अधिग्रहण था। इस डील की वजह से इन कंपनियों को कंपीटिटर के तौर खड़ा होने का मौका नहीं मिल पाया। एक दशक पहले की गई इस गलती को सुधारने की जरूरत है। अपने आरोप के सपोर्ट में फेडरल कमीशन ने दलील देते हुए कहा कि मेटा के ऐप्स की क्वालिटी दिनों-दिन गिरती जा रही है। इसमें एडवर्टिजमेंट्स बढ़ते जा रहे हैं और यूजर्स की प्राइवेसी खत्म हो रही है।
फेडरल कमीशन के इस आरोप से पहले अमेरिका के वाशिंगटन में रहने वाले डिस्ट्रिक्ट जज जेम्स बोसबर्ग ने भी मेटा के बढ़ते प्रभाव को खतरा बताया था। अगर, मेटा की इंस्टाग्राम और वाट्सऐप के साथ हुई यह डील टूट जाती है तो दुनिया के लोकप्रिय डिजिटल प्रोडक्ट्स बुरी तरह से प्रभावित होंगे। ऐसे में इस तरह के डील का सरकार कैसे मूल्यांकन करती है और उसे अप्रूव करती है, इस पर भी सवाल खड़े हो सकते हैं।
मार्केट वैल्यू पर बड़ा असर
इस समय मेटा का मार्केट कैप 1.3 ट्रिलियन डॉलर यानी तकरीबन 1,11,85,447 करोड़ रुपये है। कंपनी के रेवेन्यू का मुख्य सोर्स इंस्टाग्राम पर किए जाने वाले ऐड हैं। डील टूटने से मेटा के मार्केट वैल्यू पर करोड़ो-अरबों रुपये की चोट पहुंच सकती है। Meta ने इस मामले पर अपना स्टेटमेंट जारी किया है। कंपनी ने बताया कि उनके पास जो सबूत हैं उन्हें लेकर वो काफी आश्वस्त हैं और वो बता देंगे कि कैसे इंस्टाग्राम और वाट्सऐप का अधिग्रहण कम्पिटिशन और ग्राहकों के लिए अच्छा है।
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