‘ग्राम चिकित्सालय’ की ये खासियत सीरीज को बनाती है बेहतर, क्या ‘पंचायत’ को दे पाएगी टक्कर?

Gram Chikitsalay
Image Source : INSTAGRAM ग्राम चिकित्सालय प्राइम वीडियो पर हुई रिलीज

अमोल पाराशर और विनय पाठक की ‘ग्राम चिकित्सालय’ का प्रीमियर 9 मई को हुआ। ‘पंचायत’ के निर्माताओं द्वारा निर्मित, इस सीरीज में भी गांव की कहानी दिखाई गई है जो जितेंद्र कुमार की ‘पंचायत’ से मिलती-जुलती है। अपनी ग्रामीण कहानी, शनादार किरदार और गांव के जीवन में ढलने वाले एक भरोसेमंद डॉक्टर पर बनी इस सीरीज में ‘पंचायत’ की झलक दिखाने की कोशिश की गई है। वहीं अपनी अलग कहानी होने के कारण ‘ग्राम चिकित्सालय’ दर्शकों के बीच चर्चा में है। ‘पंचायत’ के प्रशंसकों को ये सीरीज काफी हद तक एक जैसी लगेगी। टीवीएफ की ‘पंचायत’ सीरीज का बोलबाला हर जगह है, लेकिन ‘ग्राम चिकित्सालय’ वो दमखम नहीं दिखा पाई, जिसकी उम्मीद की गई थी।’ ग्राम चिकित्सालय’ अमेजन प्राइम वीडियो पर स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध है।

ग्राम चिकित्सालय और पंचायत की मिलती-जुलती खासियत

1. किरदार बनी शान: ‘पंचायत’ में, प्रह्लाद चाचा और विकास जैसे पात्र सचिव जी को ठोस समर्थन देते हैं। इसी तरह, ‘ग्राम चिकित्सालय’ में फूटानी जी (आनंदेश्वर द्विवेदी) और गोविंद (आकाश मखीजा) अपने अनोखे व्यक्तित्व के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। फूटानी जी काम करने के बजाय गपशप करना और तंबाकू चबाना पसंद करते हैं, जबकि गोविंद क्लिनिक में गर्मजोशी से काम करता है।

2. सामाजिक मुद्दे: दोनों सीरीज ग्रामीण बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य सेवा और शासन की खामियों और वास्तविकताओं पर बनी है, जिसे मेकर्स ने कहानी और किरदारों के माध्यम से ग्रामीण जीवन की परेशानियों को पेश किया है।

3. ग्रामीण कहानी: दोनों शो छोटे गांवों में सेट हैं जो ग्रामीण जीवन और उसके साथ आने वाली चुनौतियों की झलक पेश करती है।

4. लव एंगल: ‘पंचायत’ में सचिव जी और रिंकी के बीच धीरे-धीरे बढ़ते प्यार की तरह, ‘ग्राम चिकित्सालय’ में डॉ. प्रभात (अमोल पाराशर) और डॉ. गार्गी (आकांक्षा रंजन कपूर) के बीच भी रोमांटिक सीन देखने को मिलते हैं।

5. नजरिया: दोनों शो में किरदार, ‘ग्राम चिकित्सालय’ में डॉ. प्रभात और ‘पंचायत’ में अभिषेक, बाहरी लोग हैं जो गांव में ढलने की कोशिश करते हैं। साथ ही स्थानीय रीति-रिवाजों में ढलने और उन्हें अपनाने के लिए संघर्ष करते दिखाई देते हैं।

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