अमेरिकी विदेश मंत्री ने पाक पीएम शहबाज शरीफ से संपर्क किया, तनाव कम करने पर दिया जोर

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से संपर्क करके तनाव कम करने और भारत और पाकिस्तान को साथ मिलकर काम करने की जरूरत पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका दक्षिण एशिया की स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है। अमेरिका क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। अमेरिका ने तनाव कम करने के लिए पाकिस्तान और भारत दोनों को मिलकर काम करने की जरूरत पर जोर दिया है। शहबाज शरीफ ने कहा कि भारतीय हमलों ने पाकिस्तान की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन किया।
तनाव कम करने की जिम्मेदारी पाकिस्तान पर-भारत
उधर, भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने की जिम्मेदारी पाकिस्तान पर है, क्योंकि उसने पहलगाम आतंकवादी हमले से स्थिति को बिगाड़ा और भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिये केवल इसका जवाब दिया। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के साथ ही सीमा के उस पार (पाकिस्तान) से स्थिति को बिगाड़ना शुरू हो गया था।
हमने पहलगाम आतंकी हमले का जवाब दिया-भारत
मिसरी ने कहा, “हमारा रुख स्थिति को बिगाड़ने का नहीं रहा है। हमने केवल 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकवादी हमले का जवाब दिया।” तनाव में कमी लाने के बारे में विदेश सचिव ने कहा, “पाकिस्तान ने स्थिति को बिगाड़ा, हमने केवल जवाब दिया। (तनाव कम करने की) जिम्मेदारी पाकिस्तान पर है।” उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की बैठक में पाकिस्तान ने आतंकवादी संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) की भूमिका का जिक्र करने का विरोध किया, जबकि टीआरएफ ने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी पहले ही ले ली थी।
मिसरी ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तानी गोलीबारी का जिक्र करते हुए कहा कि पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई से नागरिक प्रभावित हो रहे हैं। संवाददाता सम्मेलन में विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी भी मिसरी के साथ थीं। विदेश सचिव ने कहा, “वैश्विक आतंकवाद के केंद्र के रूप में पाकिस्तान की पहचान दुनिया भर में हुए विभिन्न आतंकवादी हमलों में निहित है।” उन्होंने कहा कि पाकिस्तान दशकों से भारत के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देता आ रहा है।
मिसरी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में कहा कि भारत की बुधवार की कार्रवाई नपी-तुली थी और यह आतंकवादी बुनियादी ढांचे तक ही सीमित थी। पहलगाम हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार तड़के पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकवादी ठिकानों पर हवाई हमले किए। भारतीय बलों ने जिन ठिकानों को निशाना बनाया, उनमें जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) का गढ़ कहलाने वाला बहावलपुर भी शामिल है। (भाषा)
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