‘उन्हें नहीं थी इस बात की जानकारी’, फेयरप्ले ऐप मामले में बादशाह के वकील ने दिया बयान
चर्चित सिंगर और रैपर बादशाल की मुश्किलें बढ़ने लगी है। महाराष्ट्र पुलिस की साइबर सेल द्वारा समन जारी करने के बाद बादशाह साइबर सेल के दफ्तर पहुंचे थे। यहां बादशाह से पूछाथ की गई। मामला फेयरप्ले नाम के ऐप से जुड़ा हुआ है। बादशाह पर आरोप है कि उन्होंने इस ऐप को प्रमोट किया है। इस कारण उन्हें साइबर सेल ने समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया था। बता दें कि फेयरप्ले पर आरोप है कि उसने आईपीएल मैच को अपने ऐप पर दिखाया, जबकि उसके पास किसी भी तरह की आईपीएल के स्ट्रीमिंग की अनुमति नहीं दी।
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बादशाह के वकील का बयान
इस बाबत बादशाह के वकील प्रशांत पाटिल ने एक बयान जारी किया है। बादशाल के वकील प्रशांत पाटिल ने कहा कि बादशाह ने फेयर प्ले का प्रमोशन किया था। इस कारण उनहें पूछताछ के लिए महाराष्ट्र साइबर सेल ने बुलाया था। बादशाह अपना बयान दर्ज करवाने के लिए साइबर सेल के दफ्तर पहंचे थे। उन्होंने कहा, ‘साइबर सेल ने आईपीसी की धार 160 के तहत गवाह के तौर पर समन किया था। उन्हें प्रमोशन के लिए जो भी पैसे मिले हैं उन पैसों की बैंक ट्रांजैक्शन है। इसके लिए उन्होंने टैक्स भी भरा है।’
अन्य अभिनेताओं को भी मिल सकता है समन
पाटिल ने इस बाबत कहा कि बादशाल को जैसे ही समन मिला तो वो दस्तावेजों के साथ अपना बयान दर्ज कराने के लिए साइबर सेल के दफ्तर पहुंच गए और अपना बयान दर्ज करवाया। उन्होंने कहा, ‘बादशाह को इस बात की जानकारी नहीं थी कि फेयरप्ले ऐप डिजिटल पाइरेसी में शामिल है। कलाकार को यह पता लगाने का कोई स्कोप भी नहीं होता है।’ बता दें कि वायकॉम की तरफ से महाराष्ट्र पुलिस की साइबर सेल में डिजिटल कॉपीराइटर के मामले में केस दर्ज कराया गया था। पुलिस का कहना है कि इस मामले में 40 बॉलीवुड अभिनेता हैं, जिन्हें समन किया जा सकता है। बता दें कि बॉलीवुड अभिनेता संजय दत समेत कई अभिनेताओं को समन किया जा सकता है।
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